Physics 1st Test paper
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Ankul Sharma Physics & Math Class’s Vill kokarpur post aghwanpur Dist Moradabad Pin244001 contact no 8191928732 Physics 1st Test paper
(2022) |
(B.Sc,MCA,M.Tech,B.Ed,Ph.D*) |
पूर्णांक : 70
प्रश्न 1 निम्नलिखित में से कोई चार छ खण्ड को हल कीजिए— (6)
(क) कूलॉम का नियम बतायिए।
(ख)
विधुत क्षैत्र कि परिभाष
दीजिए।
(ख) उस वैधुत क्षैत्र का मान क्या होगा जिसमें एक
इलेक्ट्रॉन पर उसके भार के बराबर बल कार्य करता है।
(ग) किसी समान्तर प्लेत संधारित्र में परावैधुत भरने पर उसकी धारित पर क्या प्रभाव पडता है।
(घ)
600W-120V के
हीटर के तार में प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।
(ङ)
ताँबे के एक पार का अनुप्रस्थ काट का क्षैत्रफल
(च) एक तार का प्रतिरोध 500 ओम है। इसकी चालकता ज्ञात कीजिए।
प्रश्न 2 निम्नलिखित में से कोई चार खण्ड को हल कीजिए— (8)
(क) एक तार को 10 सेमी त्रिज्या के व्रत में मोडकर उसे
250 माइक्रोकूलाँम आवेश दिया जाता है जो उस पर समान रुप से फैल जाता है। इसके
केन्द्र पर वैधुत विभव ज्ञात कीजिए।
(ख)
किसी बल्ब के फिलामेन्ट का 100C पर प्रतिरोध 100 ओम है।
यदि प्रतिरोध ताप गुणांक 0.005 हो तो उस ताप की गणना कीजिए जिस पर प्रतिरोध 200 ओम
है।
(ग ) दो समान आवेश +q
, 2a दुरी पर रखे गये है। एक तीसरा आवेश -2q
इन दोनों आवेशों के मध्य बिन्दु पर रखा जाता है। निकाय की स्थितिज ऊर्जा की गणना
कीजिए।
(घ)
500 न्यूटन/कूलॉम के वैधुत क्षैत्र मे 0.0001 सेमी
त्रिज्या की जल की एक बूँद, स्वतन्त्र रूप से वायु मे लटकी हे। जल की बूँद में
आवेश की गणना कीजिए।
(ङ) धारा घनत्व, विशिष्ट चालकता तथा वैधुत क्षैत्र में सम्बन्ध का सूत्र निगमन करो।
प्रश्न 3 निम्नलिखित में से किसी चार खण्ड को हल कीजिए— (8)
(क) एक तार का प्रतिरोध 16 ओम है। उसे पिघलाकर पहले से आधी लम्बाई का तार खीचा जाता है। नये तार का प्रतिरोध क्या होगा?
(ख)
एक वैधुत दिध्रुव 100000 न्यूटन/कूलॉम के वैधुत क्षेत्र में 30 के कोण पर रखा है
और उस पर
(ग) वैधुत क्षेत्र वेक्टर
(घ) विभव प्रवणता तथा वैधुत क्षैत्र की तीव्रता में
सम्बन्ध लिखिए और प्रतिकों का अर्थ बताइए।
(ङ) एक गोलाकार चालक की धारित 1 पिकोफैरिड है। इसकी
त्रिज्या ज्ञात कीजिए।
प्रश्न 4 निम्नलिखित में से किसी चार खण्ड को हल कीजिए— (12)
(क) स्थिर विभव से आप क्या समझते है? किसी बिन्दु-आवेश के कारण किसी बिन्दु पर वैधुत विभव के व्यंजक प्राप्त कीजिए। बहुत से बिन्दु आवेश मिलकर बिन्दु पर कितना वैधुत विभव उत्पन्न करेंगे?
(ख) आवेश घनत्व की एक अनन्त विस्तार की समतल आवेशित
चालक प्लेट के कारण किसी निकट बिन्दु पर वैधुत क्षेत्र की तीव्रता के लिए व्यंजक
प्राप्त कीजिए।
(ग) किसी तार को पिघलाकर पहलि लम्बाई का n गुना कर दिया
जाता है तो उसके प्रभावीत प्रतिरोध के लिए व्यंजक प्रप्त करो।
(घ)
मुक्त इलेक्ट्रॉन के अपवाह वेग से आप क्या समझते हो ? इसकी
सहायता से ओम के नियम की व्याखया कीजिए।
(ङ) एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्रतियेक प्लेट का क्षेत्रफल 100 सेमी2 है तथा दोनों प्लेटों के बीच अन्तराल 0.025 सेमी है। यदि संधारित्र को 3.54 माइक्रोकूलाँम आवेश दिया जाये तो इसकी प्लेटों के बीच कितना विभान्तार होगा? यदि प्लेटों के बीच अन्तराल बढाकर 0.05 सेमी कर दिया जाये, तो नया विभवान्तर क्या होगा।
प्रश्न 5 निम्नलिखित में से किसी चार खण्ड को हल कीजिए— (16)
(क) मिलिकन तेल बूँद
(ख) एक समान आवेशित गोलीय कोश के कारण वैधुत क्षेत्र की तिव्रता का व्यंजक ज्ञात कीजिए। जबकि बिन्दु कोश के (i)बाहर (ii) पृष्ठ पर तथा (ii) भीतर स्थित है।
(ग) वैधुत दिध्रुव के कारण अक्षीय तथा निरक्षीय स्थिति मे वैधुत क्षैत्र की तीव्रता को सूत्र निगमन कीजिए।
(घ) समान रुप से आवेशित तथा समान त्रिज्या वाली जल की 64
बूँदें मिलकर एक बडी बूँद बनाती है। बडी बूँद के लिए (i)
त्रिज्या (ii)विभव (iii) स्थितिज ऊर्जा
के मान ज्ञात कीजिए।
(ङ) दो बिन्दु आवेश
(i) वैधुत दिध्रुव
से 0.6 मीटर की दूरी पर निरक्षीय स्थिति में वैधुत क्षेत्र की तीव्रता एवं वैधुत
विभव की कीजिए।
(ii) वैधुत दिध्रुव 0.12
मीटर की दूरी पर अक्षीय स्थिति में वैधुत क्षेत्र की तीव्रता एवं वैधुत विभव की
कीजिए।
प्रश्न 6 निम्नलिखित में से सभी खण्ड को हल कीजिए— (10)
(क) पारे की 8 समान गोलीय बूँदें इस प्रकार आवेशित की जाती हैं. कि उनमें से प्रत्येक पर 5 वोल्ट का विभव आ जाये अब यदि इन बूँदों को मिलाकर एक बडी गोलीय बूँद बना दी जाये, तो उसका विभव कितना होगा?
आथवा
श्रेणीक्रम में संयोजित तीन संधारित्रों का
नामांकित चित्र बनाकर तुल्य धारित के लिए सूत्र व्यत्पत्र कीजिए।
(ख) 0.1 मीटर अर्द्धव्यास वाले धातु के एक
खोखले गोले को एक समान 10-8 कूलाम आवेश दिया गया है। निम्नलिखित
अवस्थाओं में विधुत क्षैत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए : (I) गोले की सतह पर (ii) गोले के केन्द्र पर (iii) गोले को केन्द्र से 5 सेमी दूर (IV) गोले को केन्द्र से 0.50 मीटर दूर।
प्रश्न 7 निम्नलिखित में से किसी दो खण्ड को हल कीजिए— (10)
(क) विभव विभाजक का सिद्धान्त क्या है ? AB एक 100 सेमी लम्बा विभवमापी का तार है तथा इसका प्रतिरोध 10 ओम है। यह एक प्रतिरोध R=40 ओम एवं वि0 वा0 बल 2 वोल्ट एवं नगण्य आन्तरिक प्रतिरोध की बैटरी से श्रेणीक्रम में जुडा है जैसा कि निम्न चित्र में दिखाया गया हैl
(ख) सभी खण्ड को हल कीजिए
(i) गॉस
के नियम का उपयोग करके एक समान आवेशित आचालक प्लेट का कारण उत्पत्र विधुत क्षैत्र
कि गणना कीजिए।
(ii) एक 8 माइक्रोकूलाँम के संधारित्र का विभान्तर 20 वोल्ट, बढाकर 25 वोल्ट कर देने पर उसकी स्थितिज ऊर्जा में हुई वृद्धि की गणना कीजिए।
(ग) सभी खण्ड को हल कीजिए
(i)
अन्नत लम्बाई के समान रुप से आवेशित सीधे तार के निकट विधुत क्षैत्र की तीव्रता को
गॉस के प्रमेय की सहायता से प्राप्त कीजिए।
(ii) किसी सम वैधुत क्षैत्र में वैधुत क्षैत्र की तीव्रत3 तथा विभवान्तर में सम्बन्ध लिखिए तथा प्रतिको का अर्थ बताइए।
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